Shayari and kavita in hindi / किस्सा आशिक़ी और ज़िन्दगी का-शायरी/कविता आनंद/ Author -Vikash soni : song of Fasle Lyrics by Author_Vikash Soni

song of Fasle Lyrics by Author_Vikash Soni

 



song of Fasle Lyrics by Author_Vikash Soni


करते गुजर कर ना सके 

खमोश लब कुछ कह ना सके 

उनके बिना हम रह ना सके 

दर्द जुदाई का सह ना सके 

ये फासले.........बेदर्द है,

 तुम साथ हों तो क्या हर्ज है 

तेरी बाते याद आये 

तेरी यादें युँ सताये

हमको जीना सिर्फ़ तेरे संग

क्यों ना ये रिश्ता फिर निभाये

ये फासले.........बेदर्द है,

 तुम साथ हों तो क्या हर्ज है 

तुम्हें बाहों में भर ना सके

अपना तुम्हें हम कर ना सके

तेरी निदों में आ ना सके

तेरे दिल में रह ना सके

ये फासले.........बेदर्द है,

  तुम साथ हों तो क्या हर्ज है

तेरा रास्ता मुड़ के देखु

तेरा मुखड़ा फिर से चुमु

तेरी आँखों के आँसू

 में गिरने से रोकूं

ये फासले.........बेदर्द है,

  तुम साथ हों तो क्या हर्ज है

करते गुजर कर ना सके 

खमोश लब कुछ कह ना सके 

उनके बिना हम रह ना सके 

दर्द जुदाई का सह ना सके 

ये फासले.........


                   Author -  Vikash Soni


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