ही, बस हमारी सुबह - शाम एक हो जाती थी
रातें तो सिर्फ उनके ख्यालों के लिए थी, ना नींद आती
ना चेन, ना दिल को सुकून बस उनके ख्यालों में
ऐसे ही पूरी रात गुजर जाती थी
Author - Vikash soni
23. जमाना जान ले हमारी आशिक़ी अभी बाकि है
प्यार के समंदर में डूब जाना अभी बाकि है
उनकी सासों से हमारी सासें टकराना अभी बाकि है
उनके लबों से हमारे प्यार का हिज़ार अभी बाकि है
Author - Vikash soni
24. में कवि हूँ, और वो मेरी कविता है
उसके बिना मेरा ये जीवन अधूरा है
कोई जाकर समझाये उसे, कि उसके बिना में अधूरा
और मेरे बिना वो अधुरी रह जाएगी क्योंकि
में कवि हूँ, और वो मेरी कविता है
Author - Vikash soni
25. कॉलेज कि एक लड़की को देख, हम कही खो गए
दोस्तों ने पूछा तो,तब हम खामोश हो गये
क्लास में उनके ख्यालों में खोकर हम सो गये
उनकी एक नज़र से, हम इतने मदहोश हो गये
Author - Vikash soni

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