Shayari and kavita in hindi / किस्सा आशिक़ी और ज़िन्दगी का-शायरी/कविता आनंद/ Author -Vikash soni : किस्सा आशिक़ी और जिंदगी का - "शायरी " No. of 36. to 40.

किस्सा आशिक़ी और जिंदगी का - "शायरी " No. of 36. to 40.



 36. हम चाहते कि वो देखे हमें मगर 

       हमें देखने कि उन्हें फुरस्त नहीं 

       उनकी निगाहों से बाते होती है हमारी 

       उन्हें लबों से कुछ कहने कि जरूरत नहीं 

                               Author -  Vikash soni

37. कमबख्त हमें खबर ही नहीं कि  

      उन्हें मोहब्बत हमसे है भी या नहीं 

      हम तो युही उनके ख्यालों में गुम हुये जा रहे है 

      हम करें भी क्या उनके सामने आते ही उनकी 

      निगाहें मदहोश कर देती है हमें 

      और हम युही ख़ामोशी से उनसे अपने प्यार का 

      हिज़ार किये जा रहे है 

                                     Author - Vikash soni

38. हमें प्यार से खोलना था उनके दिल का दरवाजा 

       मोहब्बत के गलियारों में 

       लेकिन हम सहम गये खुद के नाम को उनके नाम के 

       साथ जुड़वाने में 

       हमने बेइंताह कोशिश कि उनका दिल जीत ले मगर 

       वो अंजान रह गये हमारे प्यार को खुद पर आजमाने में 

                                      Author - Vikash soni

39. प्यार हमें भी था प्यार उन्हें भी था 

      जमाने के संग याराना हमें भी था उन्हें भी था 

      मगर चार कदम संग चल युँ छोड़ा उन्होंने हाथ हमारा 

      जैसे उन्हें कभी हमारा साथ पाना हि नहीं था 

                                     Author - Vikash soni

40. जो रंग आप को ना हो पसंद वो रंग खुदा वे रंग करदे 

       हमारी उससे बस यही है आरजू कि आपके जन्मदिन 

       के दिन वो आपकी जिंदगी खुशियों से भरदे 

                                       Author - Vikash soni 

               

     

No comments:

विशिष्ट पोस्ट

नारी का सम्मान करो -" कविता " No. 8

 शतरंज के खेल में रानी का बचाव करो   संसार के मेल में नारी का आदर से सम्मान करो   सम्मान करते हो तुम अगर!  तो क्युँ दुर्योधन ने माँ जननी का ...

Evergreen